अभिव्यक्ति के प्रत्यक्ष और सबसे सशक्त माध्यम 'भाषण' के मनोविज्ञान पर यह उपयोगी व् महत्त्वपूर्ण पुस्तक न केवल विद्यार्थियों के लिए जरूरी है बल्कि उन उच्च पदासीन लोगों के लिए भी अनिवार्य है जो भाषण देने से परहेज करते हैं ! वस्तुतः भाषण एक सकारात्मक मनःस्थिति से पैदा होता है जिसके संगठन में दृढ इच्छा-शक्ति और आत्मविश्वास के अलावा विचारों की चयनात्मकता, आकार व् प्रस्तुति आदि आवश्यक हैं ! और यह तय है कि अपने आप को अभिव्यक्त कर सकने का सुख जीवन में आशा, उत्साह और प्रसन्नता भरता है जो सफलता के लिए बहुत जरूरी है !
शिवप्रसाद बागड़ी पेशे से अध्यापक रहे हैं तथा कुछ वर्ष पूर्व प्रधानाचार्य के पड़ से सेवानिवृत हुए ! वे एक प्रसिद्ध लेखक एवं कवि हैं ! उन्होंने एक दर्जन से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है ! वे उच्च कोटि के वक्ता हैं ! उन्हें महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ काव्यार्थ के लिए 'नामदेव पुरस्कार' से सम्मानित किया जा चूका है !